Posted by : #PanwerDishu
पिछले कुछ दिनों से शोशल मिडिया पर UC Browser का कड़ा विरोध जारी है लोग किसी भी हाल में चीन की वस्तुओं का इस्तेमाल नहीं करना चाहते।
सभी जानते हैं कि चीन हमेशा ही धोखेबाज़ रहा है, और हमारे ही पैसे से हमें नुकसान पहूंचाता आ रहा है। शायद आप इस बात को जानते ही है अगर नहीं जानते तो कभी नहीं जान सकेंगे। यही समय है जागरुक होने का , जो लोग जाग रहे हैं उनका साथ देने का।
जब हम चीन का कोई सामान खरिदते हैं तो वो सारा पैसा चीन सरकार व उद्दयोगपतियों को जाता है, और वे सभी अपने पैसों से पाकिस्तान को परिक्षण व हथियार देते हैं जिससे हम भारतीय लोगों को हमले का शिकार होना पड़ता है , हमारे सैनिक मारे जाते हैं जिनका इंतज़ार घर के सभी सदस्य सालों तक करते हैं वो कभी लौट कर नहीं आ पाते और यह सब कुछ हमारी ही कुछ गलतियों की वजह से होता है। हमें बस जरुरत है तो थोड़ा जागरुक होने की और उन लोगों का साथ देने की जिन लोगों ने चीन के खिलाफ आवाज़ उठाई है।
अगर मैं (दिशु पंवर) अपनी बात करुं तो मैंने कई दिन पहले इसका विरोध शुरु कर दिया था और उन सामानों , मॉबाइलों , मॉबाइल एप्स की लिस्ट बनाई थी जो चीन के है और उन्हे न खरीदने के लिये लोगों को बताया था और कुछ दिन पहले ही मैंने अपने मॉबाइल से Uc Browser जैसे चीनी एप्स हटा दिये है। शायद मेरा भी सहयोग है अब इस संघर्ष में , और यह मेरे लिये बेहद सम्मान की बात है।
तो अब फैंसला आपको करना है कि अपने देश का साथ देना है या चीन का सामान इस्तेमाल करके देश को हानि पहूंचानी है।
वटसएप के साथ साथ टविटर और फेसबुक पर भी लोगों ने बार बार इस विरोध से जुड़ी पोस्टें शेअर की है। लेकिन शायद 5-10 हज़ार लोगों के शेअर करने से कुछ नहीं होगा ,हम सभी को जुड़ना होगा और इस अभियान को पुरे देश में चलाना होगा तभी मुमकिन है कि हमारे देश के जवानों को कुछ राहत मिल सके और उन्हे भी मौका मिल सके जीने का।
अगर आप भी इस अभियान से जुड़ना चाहते हैं तो बस इस लिस्ट को देखिये जिसमें सभी चीनी एप्स व मॉबाइलों की सुची है और अधिक से अधिक लोगों तक शेअर करें या फोन करके अपने परिजनों को बताएं कि किसी भी चीनी सामान का इस्तेमाल ना करें।
अगर शोशल मिडिया की बात की जाये तो अब तक लगभग 50,000+ से भी ज्यादा बार लोगों ने इसके विरोध में पोस्ट की है। और अब सभी लोग पुर्ण रुप से आजादी चाहते हैं , लोग अपने देश की रक्षा करना चाहते हैं , लोगों को पता चल चुका है कि उनकी छोटी छोटी चिज़ों से खरिदने से देश का कितना नुकसान हो जाता है मगर अभी भी कुछ लोग एैसे है जिन्हे इस मामले की कोई ख़बर नहीं है और जो़रों से चीनी सामान खरीद रहे है।
आय एम दिशु टीम ने कुछ लोगों से इस बारे में बात की तो उनका कहना था कि " Indian Army हमारे लिये हर रोज़ मरती है , क्या हम उनके लिये इन चिज़ों का त्याग नहीं कर सकते। हम अपने देश की उन्नति चाहते हैं और देश की उन्नति तब तक नहीं होगी जब तक हम विदेशी वस्तुओं का त्याग नहीं चाहते, चाहे वो विदेशी खाद्य वस्तु हो या मॉबाइल एप। सबसे बड़ी समस्या तो अंग्रेजी भाषा है जिसने आज भी भारतीय लोगों को अपना गुलाम बना रखा है , हिन्दी भाषा तो कोई बोलता ही नहीं आज कल। "
तो यह था लोगों का विरोध ,जनता के दिलों में विदेशी वस्तुओं के बहिष्कार के लिये आग भड़क उठी है, और ज्यादा से ज्यादा लोग इस अभियान में शामिल होना चाह रहे हैं। जय हिन्द ।
हमें अपनी राय , प्रशन , संदेह आदि निचे कॉमेंट करके पुछे , आप अपनी फेसबुक प्रोफाइल का प्रयोग करके कॉमेंट कर सकते है।
पिछले कुछ दिनों से शोशल मिडिया पर UC Browser का कड़ा विरोध जारी है लोग किसी भी हाल में चीन की वस्तुओं का इस्तेमाल नहीं करना चाहते।
सभी जानते हैं कि चीन हमेशा ही धोखेबाज़ रहा है, और हमारे ही पैसे से हमें नुकसान पहूंचाता आ रहा है। शायद आप इस बात को जानते ही है अगर नहीं जानते तो कभी नहीं जान सकेंगे। यही समय है जागरुक होने का , जो लोग जाग रहे हैं उनका साथ देने का।
जब हम चीन का कोई सामान खरिदते हैं तो वो सारा पैसा चीन सरकार व उद्दयोगपतियों को जाता है, और वे सभी अपने पैसों से पाकिस्तान को परिक्षण व हथियार देते हैं जिससे हम भारतीय लोगों को हमले का शिकार होना पड़ता है , हमारे सैनिक मारे जाते हैं जिनका इंतज़ार घर के सभी सदस्य सालों तक करते हैं वो कभी लौट कर नहीं आ पाते और यह सब कुछ हमारी ही कुछ गलतियों की वजह से होता है। हमें बस जरुरत है तो थोड़ा जागरुक होने की और उन लोगों का साथ देने की जिन लोगों ने चीन के खिलाफ आवाज़ उठाई है।
अगर मैं (दिशु पंवर) अपनी बात करुं तो मैंने कई दिन पहले इसका विरोध शुरु कर दिया था और उन सामानों , मॉबाइलों , मॉबाइल एप्स की लिस्ट बनाई थी जो चीन के है और उन्हे न खरीदने के लिये लोगों को बताया था और कुछ दिन पहले ही मैंने अपने मॉबाइल से Uc Browser जैसे चीनी एप्स हटा दिये है। शायद मेरा भी सहयोग है अब इस संघर्ष में , और यह मेरे लिये बेहद सम्मान की बात है।
तो अब फैंसला आपको करना है कि अपने देश का साथ देना है या चीन का सामान इस्तेमाल करके देश को हानि पहूंचानी है।
वटसएप के साथ साथ टविटर और फेसबुक पर भी लोगों ने बार बार इस विरोध से जुड़ी पोस्टें शेअर की है। लेकिन शायद 5-10 हज़ार लोगों के शेअर करने से कुछ नहीं होगा ,हम सभी को जुड़ना होगा और इस अभियान को पुरे देश में चलाना होगा तभी मुमकिन है कि हमारे देश के जवानों को कुछ राहत मिल सके और उन्हे भी मौका मिल सके जीने का।
अगर आप भी इस अभियान से जुड़ना चाहते हैं तो बस इस लिस्ट को देखिये जिसमें सभी चीनी एप्स व मॉबाइलों की सुची है और अधिक से अधिक लोगों तक शेअर करें या फोन करके अपने परिजनों को बताएं कि किसी भी चीनी सामान का इस्तेमाल ना करें।
अगर शोशल मिडिया की बात की जाये तो अब तक लगभग 50,000+ से भी ज्यादा बार लोगों ने इसके विरोध में पोस्ट की है। और अब सभी लोग पुर्ण रुप से आजादी चाहते हैं , लोग अपने देश की रक्षा करना चाहते हैं , लोगों को पता चल चुका है कि उनकी छोटी छोटी चिज़ों से खरिदने से देश का कितना नुकसान हो जाता है मगर अभी भी कुछ लोग एैसे है जिन्हे इस मामले की कोई ख़बर नहीं है और जो़रों से चीनी सामान खरीद रहे है।
आय एम दिशु टीम ने कुछ लोगों से इस बारे में बात की तो उनका कहना था कि " Indian Army हमारे लिये हर रोज़ मरती है , क्या हम उनके लिये इन चिज़ों का त्याग नहीं कर सकते। हम अपने देश की उन्नति चाहते हैं और देश की उन्नति तब तक नहीं होगी जब तक हम विदेशी वस्तुओं का त्याग नहीं चाहते, चाहे वो विदेशी खाद्य वस्तु हो या मॉबाइल एप। सबसे बड़ी समस्या तो अंग्रेजी भाषा है जिसने आज भी भारतीय लोगों को अपना गुलाम बना रखा है , हिन्दी भाषा तो कोई बोलता ही नहीं आज कल। "
तो यह था लोगों का विरोध ,जनता के दिलों में विदेशी वस्तुओं के बहिष्कार के लिये आग भड़क उठी है, और ज्यादा से ज्यादा लोग इस अभियान में शामिल होना चाह रहे हैं। जय हिन्द ।
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